जो प्रारंभिक या माध्यमिक विद्यालय MDM का कार्यक्रम चलाते है वे अपने विद्यालय के वर्ग १ से ८ तक के बच्चों को मध्याह्न भोजन खिलाते हैं|
आज कल इस योजना को PM पोषण योजना के नाम से जाना जाता है
सरकार के द्वारा इन्हें चावल और कैश मुहैय्या कराया जाता है| सरकार द्वारा निर्धारित मेनू के अनुसार ये बच्चों को भोजन कराते हैं|
इस पैसे को खर्च करने के का हिसाब किताब इस विद्यालय के प्रभारी को रखना होता है|
खर्च की गई राशि को प्रभारी शिक्षक कैश बुक के रूप में रखते हैं और इस कैश बुक को सरकार के द्वारा नियुक्त किये हुए ऑडिटर के द्वारा ऑडिट कराना जरूरी है |
यदि आप मध्याह्न भोजन के कैश बुक की चिंता में हैं तो आप हमारे इस समाधान को देखें और स्वयं कैश बुक का संधारण करें|